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हेडमास्टर बनाने में हद पार, पैसे दो और मनचाहे स्कूल में जाओं

खैरागढ़। राजनांदगांव एवं खैरागढ़ जिले में बीते वर्ष अक्टूबर में प्राथमिक स्कूलों के लगभग 1500 प्रधान पाठक के रिक्त पदो में सहायक शिक्षकों को प्रमोशन देकर प्रधान पाठक बनाया जाना था। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दिशा-निर्देश जारी किया था। सर्वेप्रथम वरिष्ठता सूचि का प्रकाशन करना था, जो किया गया, लेकिन इस सूचि में भारी विसंगतियां थी, शिक्षकों ने अपत्ति दर्ज कराई और संशोधन की मांग किया, लेकिन पुनः संशोधित सूचि जारी ही नही किया गया, उसी त्रुटिपूर्ण वरिष्ठता सूचि के आधार पर पदोन्नति पदांकन आदेश जारी कर दिया गया क्योंकि जिला शिक्षा अधिकारी और कार्यालय में पदस्थ डिलिंग क्लर्क का तो एजेंडा तय हो चूका था, और प्रमोशन लिस्ट तैयार था, क्योंकि डिलिंग क्लर्क ने तो डिलिंग तक पूरा कर लिया था, सिर्फ आदेश जारी होना था जो दिनांक 3 अक्टूबर 2022 को कर भी दिया। फिर आरंभ हुआ बवाल।

विरोध और आपत्ति के बीच कोई बीच का रास्ता निकालने की बात पर, कुछ लोग मान गए क्योंकि सब को धीरे धीरे मनचाहे जगह मिल जाना चाहिए जो मार्च 2023 तक चलता रहा और आरोप लगते रहे कि पैसे का लेन देन कर सबको मनचाहे जगह में पोस्टिंग दे दिया गया। मुख्यमंत्री भेट मुलाकात में भी शिकायत हुई लेकिन बिना जांच किए, शिकायत पोर्टल में लिख दिया गया कि पदोन्नति में कोई गड़बड़ी नही हुई है। अब पुनः पदोन्नति पदांकन में हुए घोटाले की जांच की मांग हो रही है क्योंकि प्रदेश स्तर पर दोषीयों पर सख्त कार्यवाही हो रही है, तो फिर अविभाजित जिला राजनांदगांव में हुए पदोन्नति घोटाले की जांच भी होना चाहिए, ऐसी मांग छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल भी विगत कई महीनों से कर रहे है, और अब सीधे नवपदस्थ शिक्षा मंत्री को दस्तावेजी साक्ष्य भेज कर जिला शिक्षा अधिकारी राजेश सिंह के विरूद्ध उचित कार्यवाही की मांग की गई है। जिससे विभाग में पुनः हडकंप मचा हुआ है क्योंकि व्यापक स्तर पर गड़बड़ी तो हुई है, जिससे दबा कर रखा गया है।

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