
मनेंद्रगढ़ :- जिले मे आयोजित शासकीय कार्यक्रमों में कांग्रेस संगठन के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित नही किये जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी देखने को मिली।कांग्रेस के सभी प्रकोष्ठों के जिला अध्यक्ष सहित सांसद प्रतिनिधि ने कलेक्टर से मुलाकात कर कहा कि वर्षों के संघर्ष के बाद मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर अलग होकर एक नये जिले के रूप में विकसित हुआ है जिससे इस जिले के सभी लोगों के मन में भारी उत्साह और उमंग है।
कांग्रेस सरकार ने इसे जिले के रूप में गठित किया है। इस जिले के दोनों ही विधानसभा सीटों में कांग्रेस पार्टी के विधायक है साथ ही राज्य में कांग्रेस की सरकार है।उसके बावजूद जिले के अंदर आयोजित होने वाले शासकीय कार्यक्रमों में कांग्रेस के संगठन से जुड़े लोगों और सांसद प्रतिनिधियों को आमंत्रित न करना यह दर्शाता है कि प्रशासनिक अधिकारी, कांग्रेस संगठन के लोगों, सांसद प्रतिनिधियों की उपेक्षा कर रहे हैं जिससे संगठन के लोग काफी निराश हैं।इसका एक जीवंत उदाहरण है।कुछ दिनों पूर्व आयोजित विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में संगठन के किसी भी व्यक्ति को आमंत्रण पत्र नहीं दिया गया,यहां तक की संगठन के जिला आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तक को आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया जो अत्यंत दुर्भाग्य का विषय है।
इस अवसर पर कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के दिन संगठन से जुड़े किसी भी व्यक्ति को न आमंत्रित किये जाने के संबंध में नगर निगम/ नगर पालिका /जनपद पंचायत के जो भी संबंधित अधिकारी कर्मचारी दोषी हैं उन पर कार्यवाही की जाये साथ ही इस तरीके की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसको भी सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान राजेश शर्मा,अशोक श्रीवास्तव,हाफिज मेमन,कासिम अंसारी,दिव्यम पांडे,वीरू खान,राणा दास,राजकुमार जैन,सुरेंद्र पाल माखीजा,राजकुमार केशरवानी,सौरव मिश्रा,युधिष्ठिर कमरों,समीना खातून,स्वप्निल सिन्हा,अमित पोदार,बलबीर सिंह ,सौरभ गुप्ता सहित कई अन्य लोग भी मौजूद रहे। इस तरीके से जिला निर्माण के बाद सभी प्रकोष्ठ के प्रमुखों को एक साथ होते पहली बार देखा गया।