छत्तीसगढ़

चिरमिरी में उठी चिंगारी से एमसीबी कांग्रेस में लगी आग, पार्टी की एकता खाक, इधर कोरबा में नया झंडा तलाश रहे कद्दावर कहे जाने वाले फूल छाप कांग्रेसी

कोरबा। राजनीतिक दल चाहे कोई भी हो, पर सच्चे नेता के लिए हमेशा ही पार्टी का झंडा ही सर्वोपरि होता है। इसके इतर आज के दौर में राजनीति के सिद्धांतों को दरकिनार कर कई नेता पार्टी का चोला ओढ़कर अपनी अलग रोटी सेंकने में मस्त दिखाई देते हैं। कुछ ऐसी ही दशा पड़ोसी जिले एमसीबी में निर्मित हो गई है, जहां पार्टी की रीति नीति के विपरीत अपना अलग ही कारोबार चला रहे कांग्रेसी जिलाध्यक्ष संगठन को जोड़ने की बजाए टूटकर बिखरने का कारण बन गए हैं। कुछ ऐसी ही मनमानियों के बूते कोरबा में कद्दावर कहे जाने वाले नेता भी अब फूल छाप कांग्रेसी की भूमिका निभाते दिख रहे हैं। ऐन लोकसभा चुनाव के वक्त कोरबा लोकसभा में शामिल एमसीबी में जहां चिरमिरी में उठी चिंगारी दवानल का रूप ले चुकी है, इधर कोरबा में भी धुआं दिखाई देना शुरू हो गया है। पार्टी के समानांतर अपनी अलग पर्सनल दुकान चलाने के आदि पड़ चुके नगर सेठ की तर्ज पर अब कांग्रेस की छवि ही कुछ यूं हो चली है कि पार्टी का डब्बा गुल है और बचे खुचे कांग्रेसी भी अपने लिए नया पालनहार तलाश करते फिर रहे हैं।

दो दिन पहले ही चिरमिरी ब्लाक कांग्रेस कमेटी में उठा बवाल अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को ही लोक सभा चुनाव को लेकर वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी और सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत की अनुशंसा पर लोकसभा प्रभारी प्रशांत मिश्रा ने जिला स्तरीय बैठक ली थी। उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आश्वाशन दिया था कि सभी मिल जुल कर पार्टी हित में कार्य करें। पर गुरुवार को ब्लाक कांग्रेस कमेटी के चिरमिरी ब्लाक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, सयुक्त महामंत्री, शिव शंकर उपाध्याय, सुरेश चौधरी, सेक्टर अध्यक्ष एवं ब्लाक महामंत्री, गुलाम साबिर महामंत्री, जोन प्रभारी सहित कई पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिला कांग्रेस कमेटी के कई पदाधिकारियों सहित ब्लाक के महामंत्री, संयुक्त महामंत्री, ब्लाक सचिव, सेक्टर प्रभारी, जोन प्रभारी, बूथ प्रभारियों ने अपना त्याग पत्र देते हुए झड़ी लगा दी। इन सभी प्रभारियों ने अपने पत्र में पूर्व विधायक की टिकट काटने की नाराजगी के साथ वर्तमान जिला अध्यक्ष जिला एमसीबी अशोक श्रीवास्तव उर्फ़ सुन्नु श्रीवास्तव की कार्य प्रणाली पर कई गंभीर आरोप लगाए। सभी ने अपना त्याग पत्र पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज व नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत, कोरबा लोकसभा प्रत्याशी श्रीमती ज्योत्सना महंत को भी भेजा है। सभी ने एक सुर में कहा है कि वे जिला अध्यक्ष के साथ कार्य को गति नहीं दे सकते। उन्हें जिले या ब्लाक में कोई भी कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी जाती। अगर हम स्वयं कोई जानकारी लेना चाहते है तो हमारी बातों को दर किनार कर दिया जाता है। जिसकी जानकारी प्रदेश के नेताओं को दी गई पर आज तक कोई कार्यवाई नहीं हुई। वर्तमान जिला अध्यक्ष भाजपा की बी टीम की तरह कार्य कर रहें है। जो संगठन को लेकर चलना पसंद नहीं करते। वर्तमान जिलाध्यक्ष ने यहां तक कहा कि वे पूर्व जिला अध्यक्ष नजीर अजहर नहीं हैं, मेरा मुँह भी चलता है और हाथ पैर भी। त्यागपत्र देने वालों ने कहा कि ऐसे शब्दों वाले व्यक्ति के साथ किसी प्रकार का कार्य करना अब संभव नहीं। इस कारण हम सभी कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से त्याग पत्र देते हुए अपने आप को पार्टी और उसके सभी पदों से मुक्त कर लिया है। इन सभी बातों के संपूर्ण जिम्मेदार वर्तमान जिला अध्यक्ष है और अब उन्ही के भरोसे वर्तमान लोक सभा चुनाव कराया जाए। इधर कोरबा में भी कांग्रेस के प्रति जीवन समर्पित कर चुके कांग्रेसी भी अपनी उपेक्षा, प्रताड़ना और अपमान से तंग होकर पार्टी बदलने का मौका तलाशते दिख रहे हैं।

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