मेडिकल कालेज में ईलाज के दौरान ग्रामीण युवक की मौत
नाराज परिजनों ने लगाया प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का आरोप,विरोध में धरने पर बैठे लोगों को पुलिस ने दी समझाइस

रायगढ़ 05 मार्च। मेडिकल कालेज परिसर में कुछ देर पहले तब अफरा तफरी का माहौल बन गया जब बीते तीन दिन पूर्व पेट दर्द की शिकायत से जूझ रहे पीड़ित युवक की मौत गांव की सूचना पर परिजन भड़क गए।
युवक की मौत होने की सूचना मिलने के बाद मृतक का भाई और उसके गांव वालों ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर के बाहर धरने में बैठते हुए जोर_जोर से प्रबंधन के खिलाफ नारे बाजी करने लगे। पीड़ित परिजनो का आरोप है कि तीन दिन से दर्द में तड़प रहे मृत युवक को समय पर न तो डाक्टरों ने देखा न ही उसके उचित इलाज का प्रयास किया। यहां तक कि मेडिकल कालेज हॉस्पिटल में सोनोग्राफी और एमआरआई जैसी बुनियादी सुविधा नहीं है। इसलिए यहां आने वाले गरीब आम नागरिकों को इस काम के लिए निजी संस्थानों में जाकर ज्यादा पैसे खर्चने पड़ते है। परिजनों का आरोप है कि जब मेडिकल कालेज में किसी प्रकार की सुविधा नही मिल रही हो और यहां पदस्थ डॉक्टरों को जिम्मेदारी का एहसास नहीं हो ऐसी स्थिति में अस्पताल को बंद करवा देना सही होगा।

वही परिजनों के द्वारा उग्र विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर चक्रधर नगर पुलिस मौके पर आ पहुंची और पीड़ित परिजनों को समझाइस देने में लग गई। वही मेडिकल कालेज के अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर मनोज मिंज ने मृतक के परिजनों के आरोप को गलत बताते हुए,प्रबंधन की लापर वाही को खारिज कर दिया। साथ ही मृत युवक के परिजनों को हर संभव सहायता देने की बात कही। बताया गया कि मृत युवक मुकेश पटेल जोरापाली गांव का रहने वाला था।