
सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बावजूद शोर मचाते दिल की धड़कनों की ऐसी तैसी करते देर रात तक बजते DJ को लेकर सोशल मीडिया पर शोर मचा हुआ है । इस शोर शराबे से होना जाना कुछ नही है। यहां सब अपनी ही मस्ती में मस्त है। जनता जनार्दन की फिकर सिर्फ चुनाव के वक्त होती है और अभी वो काफी दूर है।
देर रात तक कानफोड़ू बजते DJ को लेकर कुछ बोले नही की गोबरहिंन तुरी हिंदी झाड़ते कहती है आप तो खाँमखां नाराज हो जाते हैं पंडित जी , लोग इतना तो देश के बदहाल होते हाल , डूबते बैंकों के हाल पे बवाल नही मचाते हैं। जितना तुम एक DJ बजने को लेकर बवाल मचाये हुए हो । बच्चे है नाच गा लेंगे और मज़े कर लेंगे। अब इसमें आपकी एकाध रात की नीद खराब हो जाएगी, एकाध छोटा मोटा हार्ट अटैक आ जायेगा तो कौन सा पहाड़ टूट जाएगा? वैसे भी ईलाज तो आयुष्मान भारत योजना में हो जाना है? एकाध रात जाग जाओगे तो कौन सा पहाड़ टूट पड़ेगा। पंडित जी ये चिल्लपों मचाना छोड़ो और DJ का मजा लो। वैसे भी ये देश ऐसा ही है जहां कानून किताबो की शोभा बढ़ाते है या विरोधियों को निपटाने के काम आते है । कभी कभार बड्डे साहब की बत्ती पड़ जाय तो टारगेट पूरा करने के काम भी आ जाता है ,नही तो जांच अभियान के नाम पर साल भर वसूली और जेब गरम करने के काम तो आएगा ही । स्कूल कालेज जे पास गुटखा पाऊच तम्बाकू बेचना , सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान , शराब पीना सब कानूनन निषेध है कोई रुकता है क्या ? कोई किसी को रोकता टोकता है क्या नही ना फिर आप काहे अपना ब्लड प्रेशर बढ़ाये जा रहे है । अब पुलिस बेचारी वीवीआईपी की सुरक्षा करे बिना सुरक्षा गार्ड के एटीएम की सुरक्षा करे , रईसों की गाड़ियों की सलामती की पहरेदारी करे या इन डीजे वालो के पीछे घूमे क्या क्या करे ?
चलते चलते दो सवाल :-
(1) जिला अस्पताल के टट्टी खोली के पैईसा खवाईया साहब कौन ?
(2) गंदा है पर धन्धा है देहव्यापार के धंधे की कार्यवाही पर उठे सवाल की सत्यता पर कोतवाली की सीसीटीवी फुटेज की क्यों जांच नही करवा पाए आईजी ?
और अंत में :-
जनता फरेब खा जमीन पर सो गई,
नेता जी उबालते रहे पत्थर तमाम रात।
मुफ्त की मिले तो सब खाते हैं,
शरीफों के मुहल्ले से हम भी आते है।
#जय_हो 14 अक्टूबर 2024 कवर्धा (छत्तीसगढ़)