महासमुंद में भूमि और फसल रिकॉर्ड अद्यतन के लिए जियो रेफ्रेंसिंग तकनीक का उपयोग

महासमुंद । महासमुंद जिले में भूमि और फसल संबंधी रिकॉर्ड को अद्यतन करने के लिए जियो रेफ्रेंसिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत खसरा और नक्शा को वास्तविक रूप से मिलान करने के लिए मैप का सहारा लिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी (चिप्स) के अधिकारियों ने आज कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में राजस्व अधिकारियों के समक्ष ग्राम मुढ़ेना एवं नांदगांव की सीमा को लेकर पटवारियों की उपस्थिति में प्रायोगिक तौर पर सैटेलाईट भु नक्शा और भू अभिलेख नक्शा का परीक्षण किया गया। यह प्रशिक्षण राजस्व सचिव अविनाश चम्पावत, संचालक भू-अभिलेख रमेश शर्मा एवं कलेक्टर प्रभात मलिक की मौजूदगी में हुआ।
प्रशिक्षण के दौरान राजस्व सचिव अविनाश चम्पावत ने बताया कि इस तकनीक से भूमि की सीमा और फसल संबंधी जानकारी को अधिक सटीकता से अद्यतन किया जा सकेगा। इससे भूमि विवादों को कम करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने दो गांवों के सीमावर्ती क्षेत्रों का वास्तविक चिन्हांकन कर भुईयां एप्प में अद्यतन करने कहा। उन्होंने पटवारियों को ऐसे 15-20 अनडिस्पियूड ग्राउंड कंट्रोल प्वाइंटस को मिलान करने कहा जो खसरा मैप और सेटेलाईट इमेज में समान रूप से मिलते हैं। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड को डिजिटलीकरण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य है।
संचालक लैंड रिकॉर्ड रमेश शर्मा ने कहा कि जियो-रेफ्रेंसिंग खसरा नक्शों में खसरा नंबर मूल पटवारी नक्शों से मिलान कर, प्रत्येक खसरा के रिकॉर्ड एरिया एवं जीआईएस एरिया का मिलान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जियो रेफ्रेंसिंग तकनीक से भूमि रिकॉर्ड को अधिक सटीक और पारदर्शी बनाया जा सकेगा, जिससे किसानों और अन्य संबंधित पक्षों को लाभ होगा।
कलेक्टर प्रभात मलिक ने कहा कि जियो रेफ्रेंसिंग तकनीक के उपयोग से राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार होगा और रिकॉर्ड अद्यतन की प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाया जा सकेगा। जिले में इस दिशा में निर्देशानुसार कार्य किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण सत्र में जिले के सभी प्रमुख राजस्व अधिकारी उपस्थित थे, जिन्होंने इस नई तकनीक के उपयोग और उसके लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर एडिशनल आयुक्त लैंड रिकॉर्ड संतोष देवांगन, डिप्टी एडिशनल आयुक्त लैंड रिकॉर्ड मधु हर्ष, चिप्स के अधिकारी संदीप टेकारिया, हरीश सिन्हा, अनुविभागीय अधिकारी उमेश साहू, डिप्टी कलेक्टर सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार और आरआई, पटवारी मौजूद थे।