छत्तीसगढ़

पर्युषण पर्व पर मानव सेवा और धर्म आराधना: जयपुर पैर और श्रवण यंत्र प्रदान किए जाएंगे

रायपुर । आचार्य जिनमणि प्रभ सूरीश्वर द्वारा प्रतिष्ठित सीमंधर स्वामी जैन मंदिर और जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी में पर्युषण पर्व के पावन अवसर पर धार्मिक आराधना के साथ ही मानव सेवा के कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए विशेष सेवा योजनाएं चल रही हैं, जिनमें पैर कटे दिव्यांगों को कृत्रिम पैर और बुजुर्गों को श्रवण यंत्र प्रदान किए जा रहे हैं।

सीमंधर स्वामी जैन मंदिर और दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद और महासचिव महेन्द्र कोचर ने बताया कि जैन धर्म में मानव सेवा और जीव दया का विशेष महत्व है। पर्युषण पर्व पर श्री विनय मित्र मंडल और सेवा ग्रुप के सहयोग से पैर कटे दिव्यांगों को जयपुर पैर दिए जाएंगे। इन दिव्यांगों का परीक्षण हो चुका है और उनके नाप के कृत्रिम पैर वर्कशॉप में बनाए जा रहे हैं।

इसके साथ ही, ट्रस्ट द्वारा बुजुर्गों को श्रवण यंत्र भी प्रदान किए जा रहे हैं, ताकि वे बेहतर तरीके से सुन सकें। जिन बुजुर्गों को कम सुनाई देता है, वे श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर में संपर्क कर सकते हैं। ट्रस्ट जल्द ही हाथ कटे दिव्यांगों के लिए भी एक निःशुल्क शिविर का आयोजन करेगा, जिसमें उन्हें कृत्रिम हाथ प्रदान किए जाएंगे।

धार्मिक कार्यक्रमों के तहत, कल रात शीतल चौरड़िया और ऋचा बरलोटा की युगल प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। आज रात 8:15 बजे से निखिल सेठिया और निर्मल पारख द्वारा प्रभु भक्ति और दादागुरुदेव इक्तिसा की प्रस्तुति दी जाएगी। इस आयोजन का संयोजन खरतरगच्छ महिला परिषद की राष्ट्रीय संगठन मंत्री मंजू कोठारी द्वारा किया जा रहा है।

 

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