इधर अन्नदाताओं पर साल दर साल बढ़ रही कर्ज की मार, उधर सांसद मैडम खेती-किसानी से कर रहीं करोड़ों की पैदावार… भई वाह, साहब-मैडम समेत करीब 17 करोड़ के आसामी

कोरबा। बीते दिनों कोरबा लोकसभा की कांग्रेस प्रत्याशी और सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत ने अपना नॉमिनेशन फाइल किया। शपथ पत्र के साथ उन्होंने अपनी संपत्ति का जो विवरण पेश किया है, उसके मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 9 करोड़ 16 लाख 83 हजार से अधिक है। प्रॉपर्टी के मामले में सांसद अपने पतिदेव यानी छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत से भी एक कदम आगे हैं। शपथ पत्र में एक खास बात यह भी है कि सांसद मैडम ने अपनी आय का साधन खेती किसानी बताया है। सवाल यह है कि एक ओर प्रदेशभर के लाखों किसान साल दर साल कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं और खुद कांग्रेस ने भी किसानों की कर्जमाफी का वादा शामिल किया है। फिर भला सांसद मैडम अपने खेतों में आखिर ऐसा कौन सा बीज बो रही हैं, जिसकी पैदावार के बूते कटने वाली खेप करोड़ों में है। पति पत्नी समेत महंत परिवार लगभग 17 करोड़ के आसामी हैं।कोरबा की जनता को नाश्ते में राखड़, धूल, लंच में कोयला और डिनर में बीमारियों की गोली परोसकर जनता का हक छीन करोड़ों के वारे न्यारे किए। पर अब पब्लिक सब जानती है और न्याय का ढोल पीटने वालों के अन्याय का इस बार करारा जवाब मिलेगा।
गौर करें कि कोरबा लोकसभा की सांसद और कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत के शपथ पत्र के मुताबिक चल अचल संपत्ति समेत उनकी मिल्कियत का कुल मूल्य 9 करोड़ 16 लाख 83 हजार से अधिक है। इसमें उनका कैश और बैंक बैलेंस ही 5 करोड़ 24 लाख 58 हजार से अधिक है। अचल संपत्ति की बात करें तो उनकी कुल कीमत 3 करोड़ 92 लाख 24 हजार से भी अधिक है। इस प्रॉपर्टी में उनके पास ग्राम सारगांव में ससुराल से मिली सवा तीन एकड़ कृषि भूमि जिसकी कीमत 54 लाख 85 हजार और ग्राम पचोरी में स्वयं की 29 एकड़ कृषि भूमि कीमत 51 लाख 70 हजार शामिल है। इसके अलावा कोरबा के ग्राम पताढी में भी उनके नाम एक करोड़ 5 लाख 18 हजार कीमती 1.432 हेक्टेयर गैर कृषि भूमि शामिल है। इस तरह उनकी संपत्ति हर साल वृद्धि भी हुई, जो बीते पांच वर्षों में 2 करोड़ 22 लाख बढ़ गई। ये विवरण तो केवल सांसद मैडम की प्रॉपर्टी का है। अगर उनके पति डॉ चरण दास महंत में संपत्ति पर गौर करें तो उनके नाम भी चल अचल समेत कुल 7 करोड़ 74 लाख 76 हजार 903 की प्रॉपर्टी है। इस तरह साहब और सांसद मैडम की कुल संपत्ति को मिलाए तो 16 करोड़ 91 लाख 60 हजार 616 की मिल्कियत होती है।
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5 साल में सांसद के वेतन-भत्ते 1.38 करोड़, प्रॉपर्टी बढ़ी 2.22 करोड़, फिर भी पाक साफ होने का ढोल
संसद सदस्य (वेतन, भत्ता और पेंशन) अधिनियम 1954 के तहत एक सांसद को सैलरी और अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। अगर सैलरी की बात करें तो एक सांसद को महीने में 1 लाख रुपये वेतन के रूप में मिलता है। देश और लोगों की भलाई के लिए
सांसद को अनेक तरह की सहूलियत और सुविधाएं प्राप्त होती हैं। हर महीने 70 हजार रुपये निर्वाचन क्षेत्र भत्ते के रूप में मिलते हैं। इसके अलावा कार्यालय व्यय भत्ते के रूप में हर महीने 60 हजार रुपये मिलते हैं। इस तरह प्रतिमाह के मान से सांसद को 2 लाख 30 हजार हुए। साल भर में 27 लाख 60 हजार और पांच साल में 1 करोड़ 38 लाख रुपए होते हैं। पर अभी पांच साल पूरे भी नहीं हुए हैं और सांसद मैडम की प्रॉपर्टी की कुल कीमत इन पांच वर्षों में 2.22 करोड़ बढ़ गई। अंदाजा लगाना मुश्किल न होगा कि खुद को पाक साफ होने का दावा करने वाली सांसद मैडम की मिल्कियत के दिन दोगुना रात चौगुनी बढ़ने के पीछे का राज क्या है?
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जन हित के कार्य के लिए जनता के पैसे से सबकुछ फ्री और लुटाते रहे जनता के ही हक का DMF
एक सांसद को एक पास भी दिया जाता है जिसकी मदद से वह किसी भी समय रेलवे से मुफ्त में यात्रा कर सकता है। यह पास किसी भी ट्रेन की फर्स्ट क्लास एसी या एग्जिक्यूटिव क्लास में मान्य होता है। सड़क यात्रा के लिए अलग भत्ता दिया जाता है, जो 16 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से मिलता है। जनता की जरूरतें और दुख दर्द जानने और उनकी जिंदगी आसान बनाने के उपाय ढूंढने के लिए जनता ने बड़े विश्वास के साथ सांसद मैडम को चुनकर संसद भेजा। जनता के पैसे से ही सबकुछ फ्री, सहूलियत और सुविधाएं मिली। पर उनकी मंशा के विपरीत जनता के हक पर ही डाका डालते हुए DMF की राशि पर ऐसी लूट मचाई गई कि इनके बैंक बैलेंस करोड़ों लांघ गए और नाश्ते में राखड़, धूल, लंच में कोयला और डिनर में बीमारियों की गोली खाकर विवश कोरबा की जनता 5 साल त्राहि त्राहि करती रही। जनता के हक पर ऐश खूब हुई पर अब जनता सब जानती है और न्याय का ढोल पीटने वालों के अन्याय का इस बार करारा जवाब मिलेगा।