माँ कात्यानी आनंद के नेतृव में महाशिवरात्रि पर निकली बाबा महाकाल भव्य बारात

सैकड़ो भक्त के साथ. नादेड से बाराती बनकर पहुचे. बाबा भैरवनाथ,,,,,,,
बिलासपुर। हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के उपलक्ष मे. सरकंडा मुक्तिधाम से बाबा महाकाल की भव्य बारात माता कात्यानी आनंद के अगुवाई. मे नादेड से पधारे बाबा भैरवनाथ अपने. शिष्यों के साथ बाबा की बारात मे. सम्लित हुए।
विदित हो की पिछले कुछ वर्षो से. माता. कात्यानी आनंद. द्वारा. महाशिवरात्रि पर सरकंडा. मुक्तिधाम से बाबा की बारात. सरकंडा के विशेष स्थानों से गुजरते हुए पुनः मुक्तिधाम पहुँचती है जहाँ माता पार्वती और महादेव के विवाह की प्रक्रिया होती है यह विवाह हिन्दू विवाह की तरह हिन्दू रीतिरिवाज से किया जाता है उक्त विवाह मे प्रतिवर्ष.देश से. सिद्ध पुरुष व माता सम्लित. होते है, उक्त विवाह मे सरकंडा झेत्र से बड़ी संख्या मे लोग सपरिवार विवाह मे बाराती की भूमिका मे बाबा महाकाल के बारात के. शाझी बने विभन्न स्थान से बाजे गाजे के साथ निकली बारात मे लोग झूमते हुए बाबा के बाराती की भूमिका का निर्वहन किया मुक्तिधाम पहुंचने पर. विशाल भड़ारे मे बारतियों को भोग वितरण किया गया उसके बाद विवाह के रस्मे के साथ विवाह प्रारम्भ हुवा जो की देर रात मे संपूर्ण होगा उसके बाद बाबा महाकाल का अभिषेक के. साथ हवन व पूजन किया जावेगा तत्पश्चात विवाह को विदा माता कात्यानी आनंद द्वारा किया जावेगा।