हितानंद बोले पूर्व मंत्री के ‘कठपुतली महापौर’ को हटाने जल्द बैठक, जयसिंह के बाद अब राजकिशोर की विदाई भी तय…..

कोरबा- छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में चुनाव संपन्न हो चुके है। बात करें परिणामों की तो 3 राज्यों छग, एमपी और राजस्थान में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है। वही तेलंगाना में कांग्रेस ने बीआरएस को सत्ता से बेदखल कर दिया है। मिजोरम में भी मतगणना पूरी कर ली गई जहाँ जेपीएम को बहुमत हासिल हुआ है। इस तरह भाजपा ने प्रमुख राज्यों को हथियाने में कामयाबी पाई है।
सत्ता परिवर्तन के बाद अब निगम सरकारों के बीच अविश्वास का संकट खड़े होने लगा है। रायपुर नगर निगम से इसकी शुरुवात भी हो गई है। जिसके बाद अब प्रदेश के दूसरे बड़े शहर बिलासपुर में भी नगर निगम की राजनीति गरमाने लगी है। यहां विपक्ष में बैठी भाजपा भी इसे लेकर गुणा भाग में जुट गई है। अपनी ही पार्टी में मेयर को लेकर नाराजगी का भी लाभ यहां भाजपा को मिल सकता है। हालंकि, इन सब के बीच कांग्रेस की निगम सरकार अपने को बहुमत के साथ सुरक्षित मान रही है।
इसी तरह कोरबा निगम में भी हलचल तेज हो चुकी है। तत्कालीन सरकार में राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल कोरबा से अपनी सीट हार चुके है तो वही करारी हार के साथ कांग्रेस भी सत्ता से बाहर हो चुकी है। अब ऐसे में भाजपा एक बार फिर से महापौर राजकिशोर प्रसाद के खिलाफ अविश्वस प्रस्ताव लाने की तैयारी में जुट गई है। इस बारें में निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानन्द अग्रवाल ने आईबीसी24 से हुई बातचीत में बताया कि इसी साल के अगस्त में उन्होंने महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का प्रयास किया था लेकिन इसके ठीक बाद प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गया तो वही अब फिर से वह कलेक्टर से भेंटकर इस बारे में चर्चा करेंगे। उन्होंने जल्द ही भाजपा के पार्षद दल की बैठक बुलाने की भी बात कही है। गौरतलब है कि 67 पार्षदों वाले कोरबा नगर निगम में 31 पार्षद भाजपा के है जबकि 26 पार्षद केवल कांग्रेस के है। ऐसे में जोड़तोड़ के साथ महापौर की कुर्सी पर काबिज कांग्रेस के लिए निगम की सत्ता बचा पाना काफी मुश्किल लग रहा है।