
कोरबा: नियमितीकरण और वेतन विसंगति सहित 24 मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने अनिश्चितकाल तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है। हड़ताल की वजह से सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर असर पड़ा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने वैकल्पिक प्रबंध किए हैं और इसके माध्यम से मरीजों को सुविधा देने की कोशिश की जा रही है। लेकिन स्वास्थ सुविधा पर बुरा असर पड़ा रहा है। आपको बता दें कि स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से पैथोलॉजी हॉस्पिटल, पैथोलॉजी कॉलेज, बायोमेट्रिक कॉलेज व हॉस्पिटल बंद है। हड़ताल के कारण ना सिर्फ एमबीबीएस छात्रों की प्रायोगिक क्लासेज बंद है, बल्कि यहां होने वाले जांच भी नहीं हो रही है । इसके साथ ही फॉरेंसिक मेडिकल विभाग में भी पोस्टमार्टम पूर्णता बंद हो गई है,जिसके कारण लोगो को काफी परेशानी हो रही है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के द्वारा अपनी लंबित मांगों को लेकर ना केवल कोरबा बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में हड़ताल की गई है। कर्मचारी इस बात से नाराज है कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार के द्वारा अपने घोषणापत्र में नियमितीकरण से लेकर वेतन विसंगति दूर करने की बात कही गई थी उस पर कोई दिलचस्पी अभी तक नहीं दिखाई गई है। छत्तीसगढ़ की सत्ता संभालने के 4 साल के बाद भी इस दिशा में सरकार गंभीरता का प्रदर्शन नहीं कर रही है।
