
गरियाबंद। पहली बार देवभोग में जंगली हाथी दिखा तो भीड़ ने घेर लिया. हाथी 7 घंटे तक 300 मीटर की परिधि में भाग दौड़ करता रहा. छेड़ने से हाथी गुस्से में भी है. वहीं भीड़ को नियंत्रण करने फॉरेस्ट विभाग, पुलिस और राजस्व के 70 अफसर दिन भर जुटे रहे. वहीं उसी इलाके में एक कुत्ते ने 15 लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर काट लिया, जिससे सभी लोग अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं एक लड़का हाथी को देखकर बेहोश हो गया.
दरअसल, दो दिन पहले तक ओडिशा सीमा से लगे गांव में जिस हाथी का पदचिन्ह देखकर दहशत फैला था. वही हाथी आज दहिगांव घाट से तेल नदी पार करते हुए करीबन सुबह 9 बजे देवभोग के रिहायशी इलाके में आ धमका. नदी में नहाते हुए लोगों ने हाथी को देखा था. सुबह 10 बजते ही ठाकुर पारा वार्ड के पीछे से लेकर फोकटपारा तक लोगों की भीड़ जुट गई.
बेलाट नाले के इसी 300 मीटर के हिस्से में हाथी सुबह से आना जाना कर रहा है. पहली बार इलाके में जंगली हाथी की आमद हुई है. लिहाजा खतरे से अनजान लोगों की देखने भारी संख्या में भीड़ जुटी रही. सूचना पाते ही फॉरेस्ट एसडीओ राजेंद्र सोरी 15 हाथी मित्र समेत अपने 30 लोगों की टीम के साथ भीड़ को नियंत्रण करने की कोशिश में जुटे हैं.
थाना प्रभारी गौतम गावड़े और तहसीलदार जयंत पटले पुलिस की टीम के साथ प्रभावित इलाके के दुकान बन्द कराने के अलावा रास्ते में लगने वाली भीड़ को रोकने में जुटे रहे, ताकि हाथी को कोई परेशान न करे. उसे निकलने का रास्ता मिले, ताकि अपने गंतव्य तक जा सके. बढ़ती भीड़ ने प्रशासन की कोशिश को नाकाम करता रहा.
एसडीओ राजेंद्र सोरी ने बताया कि हाथी की उम्र 20 से 25 साल का है. लोगों की भीड़ की वजह से उसे जाने का रास्ता नहीं मिल रहा है. भीड़ हटाने की कोशिश जारी है. संभवत अंधेरा होते ही वह निकलने में सफल हो जाएगा. हाथी नवरंगपुर जिले के मालगांव धवरपुर इलाके में सक्रिय दल का सदस्य है. समय पर नहीं जाने दिया गया. सावधानी नहीं बरता गया तो परिणाम जानलेवा साबित हो सकता है.